
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों का आतंकियों की तलाश में लगातार सर्च ऑपरेशन चल रहा है. इस ऑपरेशन का यही मकसद है की जितने भी आतंकी जंगल में या गुफाओं में छिपे हुए हैं उन आतंकियों को चुन चुनकर ढेर करना. सुरक्षा बल डोडा, राजौरी सांबा कठुआ जिले में यह सर्च ऑपरेशन लगातार चल रहे हैं. वहीं जम्मू कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के जवानों के साथ ऑफिसर भी सर्च ऑपरेशन का हिस्सा हैं. सर्च ऑपरेशन में लगातार जंगलों को खंगाला जा रहा है. इसके अलावा कई जगहों पर जब टनल जैसे आकार में कुछ मिलता है तो इसकी बारीकी से जांच की जा रही है.
सुरंग की मौजूदगी का पता लगाने के लिए व्यापक सुरंग-रोधी कवायद शुरू की गई है. सुरक्षा बल सुरंगों की आशंका को खत्म करने के लिए घने झाड़ीदार इलाकों को साफ कर रहे हैं. इसके अलावा आतंकियों के मददगार पर भी जल्द से जल्द नकेल कसने की तैयारी की गई है. खुफिया एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि राजौरी-पुंछ, कठुआ, डोडा और रियासी में 40 से 50 आतंकी सक्रिय हैं. यह आतंकी तीन से चार ग्रुप में बंटे हुए हैं. आतंकियों के पास नाइट विजन कैमरे भी हैं, जो दूर से स्नाइपर वार करते हैं.जानकारी के मुताबिक जम्मू संभाग में दहशत फैलाने वाले आतंकी पाकिस्तान के पंजाब और खैबर पख्तून इलाके के रहने वाले हैं. इन्हें पहाड़, जंगल और नदियों तक में लड़ने का अनुभव है. आतंकियों के पास सैन्य प्रशिक्षण, टोही क्षमता, गुरिल्ला युद्ध रणनीति का अनुभव, अत्याधुनिक हथियार हैं.